विकास दुबे की गिरफ्तारी पर सियासत / कांग्रेस बोली- प्रदेश अपराधियों का शरण स्थल बना

भोपाल. मध्यप्रदेश के उज्जैन में गुरुवार सुबह उत्तरप्रदेश के गैंगस्टर विकास दुबे की गिरफ्तारी हो गई। उसने 2 जुलाई को कानपुर के बिकरु गांव में गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम पर फायरिंग की थी, इसमें 8 पुलिसवाले मारे गए थे। विकास पर 5 लाख का इनाम था। उसकी गिरफ्तारी के बाद जहां भाजपा अपनी सरकार की पीठ ठोंकने में लगी है, वहीं कांग्रेस इसे सरकार की नाकामी बता रही है। ऐसे में दोनों पार्टियों के ऑफिसियल ट्विटर एकांउट में एक-दूसरे पर कमेंट्स के बाद अब कई नेता भी एक दूसरे पर आरोप लगाने लगे हैं। इससे पहले भी कांग्रेस के पूर्व मंत्री जीतू पटवारी विकास के नाम पर भाजपा को घेर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि मैं 6 साल से देश में विकास खोज रहा था। विकास योगी के यूपी में मिला।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा…
‘विकास अभी पुलिस की कस्टडी में है। विकास के साथ उसके साथी बिट्टू और सुरेश को भी पकड़ा है। ये दोनों युवक कहां के हैं, इसका पता लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इनके नाम कुछ दूसरे भी हो सकते हैं। ऐसा लगता है कि फिलहाल वे अपनी पहचान छिपा रहे हैं। ये लोग यूपी या उज्जैन के हो सकते हैं।’ मिश्रा ने कहा कि गिरफ्तारी है या आत्म समर्पण- थोड़ी देर में स्थिति साफ हो जाएगी।
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव…
‘खबर आ रही है कि कानपुरकाण्ड का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है। अगर ये सच है तो सरकार साफ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ्तारी? इसके साथ उसके मोबाइल की सीडीआर सार्वजनिक करे, जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके।’
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह…
‘यह तो उत्तरप्रदेश पुलिस के एनकाउंटर से बचने के लिए प्रायोजित सरेंडर लग रहा है। मेरी सूचना है कि मध्यप्रदेश भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के सौजन्य से यह संभव हुआ है। जय महाकाल।’
उज्जैन कलेक्टर…
‘गैंगस्टर विकास दुबे को महाकाल मंदिर के सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ा। यहां पर हल्की-फुल्की झड़प भी हुई। इसके साथ कलेक्टर ने दावा किया कि विकास महाकाल मंदिर के दर्शन नहीं कर पाया था। उसे अंदर जाने से पहले ही पकड़ा गया। जबकि मंदिर के सुरक्षाकर्मी की तरफ से बताया गया था कि विकास अंदर से दर्शन करके लौटा था।’