स्वदेशी अपनाओ भारत को आत्मनिर्भर बनाओ ” विषय पर ऑनलाइन परिचर्चा
July 4, 2020

ग्वालियर।
संस्कार मंजरी द्वारा ” स्वदेशी अपनाओ भारत को आत्मनिर्भर बनाओ ” विषय पर ऑनलाइन बैठक की गई इसमें संस्था के १५ लोगों ने अपने अपने विचार रखे -संस्था के संरक्षक राधाकृष्ण खेतान जी ने कहा कि – नारी शक्ति सबसे अधिक हमारी जीवन शैली को प्रभावित करती है जितने भी तीज त्यौहार होते है अगर वे स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग प्रारम्भ कर देवें तो बहुत उपयोगी रहेगा। संस्थापिका नीलम जगदीश गुप्ता ने कहा -स्वदेशी रोजगार को बढ़ावा देवे व स्वदेशी कामगार को सम्मान देवें , संयोजिका ऋतु भार्गव ने कहा – स्वदेशी वस्तुओं उपयोग हमें आत्मनिर्भर तो बनाता ही है साथ ही साथ हमारे राष्ट्रप्रेम को भी दर्शाता है , माधवी सिंह ने कहा – छोटे उद्यमियों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए ।,रेशू राजावत ने कहा – महिलाओं को प्रशिक्षित किया जाना चाहिए , आशा सिंह ने कहा – चीनी उत्पादनों का बहिषकार कर स्वदेशी उत्पादन को भी उच्च स्तर पर बढ़ाना चाहिए , सुजाता संग्राम सिंह ने कहा- वसुदेव कुटुंबकम् की भावना को फिर से सभी में जाग्रत करना चाहिए , आभा राठौर ने कहा – स्वदेशी सामान का उपयोग करना चाहिए , रानी बंसल ने कहा – स्वदेशी सामान का निर्माण घर में ही करने का प्रयास करना चाहिए , माधुरी गुप्ता ने कहा – पढ़ेगा इंडिया ,तभी तो आगे बढ़ेगा इंडिया , शरद आहूजा जी ने कहा -भी देशभक्ति की भावना को सभी में जाग्रत करना चाहिए , मथुरा रावत ने कहा – स्वदेशी सामान अपनाने से हमारी अर्थ्यवस्था मजबूत होगी ,प्रतिभा द्विवेदी ने कहा – अच्छे व सुनहरे भविष्य के लिए आत्मनिर्भर ता के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं है, कोषाध्यक्ष आशीष पारीक ने कहा – आत्मनिर्भरता कोई एक दिन की कार्यवाही नहीं बल्कि सतत प्रयास है। डॉ मुक्ता सिकरवार नेअपने विचार व्यक्त करते हुए कहा की की
“छोड़ के बीती बातों को अब आगे बढ़ना है
एक दिया उम्मीद का फिर रोशन करना है
पर जाना है तुझे समय की लहरों से
सागर से मुक्त बन तुझ को जगमग करना है
एक दिया उम्मीद का फिर रोशन करना है
इन सभी सदस्यों मीरा तोमर, मंजू गोयल, सपना गोयल, अभिलाषा त्यागी ,पुष्पा शर्मा, प्रदीप शर्मा ,रचना गोयल, अनूप गुप्ता ,आलोक शर्मा, डॉ ज्योति श्रीवास्तव ,विनीता जैन, सीमा खंडेलवाल ,आशा पांडे ,प्रतिभा दुवे,आशीष पारीख, सुरेन्द्रपाल सिंह कुशवाह, मुक्ता सिकरवार, अनूप गुप्ता, वीणा जोशी ,अनुपम राठौर ,आदि लोगों ने अपने विचार रखे