अपने ही ट्वीट पर बुरे फंसे मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, देनी पड़ी सफाई

भोपाल । कभी-कभी अपना ही दांव उल्टा पड़ जाता है। ट्विटर के खेल में मप्र कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी बुरे फंस गए हैं। एक ट्वीट के बाद वे नारी शक्ति के अपमान के आरोपों से घिर गए हैं। वह ट्विटर पर ट्रोल होने लगे तो भाजपा ने मुद्दा लपक लिया। अब पटवारी ट्वीट पर सफाई देने में जुटे हैं। उनके समर्थक बचाव की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन पर हमले की रफ्तार तेज हो गई है।
ट्विटर पर खुद को कांग्रेस का सिपाही लिखने वाले पटवारी ने बुधवार को ट्वीट किया ‘पुत्र के चक्कर में पांच पुत्री पैदा हो गईं। 1. नोटबंदी, 2. जीएसटी, 3. महंगाई, 4. बेरोजगारी और 5. मंदी।’ इसके बाद तो उन्हें बेटी विरोधी बताने की बाढ़ आ गई। उनसे ट्वीट डिलीट करने की मांग उठने लगी।
ट्विटर पर नारी शक्ति विरोधी करार दिए जाने के दो घंटे बाद ही जीतू पटवारी को अपनी चूक का अहसास हुआ। उन्होंने सफाई देने के अंदाज में लिखा ‘जहां तक बेटियों की बात की है तो वो देवीतुल्य हैं। विकास की अपेक्षा के साथ मैंने एक ट्वीट किया है, जिसे भाजपा अपनी कमजोरियों को छिपाने के लिए उपयोग कर रही है। मैं अब भी कह रहा हूं कि विकास का पूरे देश को इंतजार है।’ इस सफाई के बाद उन पर हमला और तेज हो गया। उनसे माफी मांगने की मांग उठने लगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मारिया शकील के ट्वीट को री-ट्वीट किया। मारिया ने महिलाओं के सम्मान की नसीहत के साथ जीतू को आइना दिखाया कि आपकी पार्टी की अध्यक्ष एक महिला हैं और इस तरह की टिप्पणी की कड़ी निंदा करते हैं।
बाद में शिवराज सिंह चौहान ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मैडम सोनिया गांधी आपको जवाब देना होगा। वे बोले कि कांग्रेस की यही विकृत मानसिकता है, जिसने नैना साहनी को टुकड़े-टुकड़े कर तंदूर में जलवाया। सरला मिश्रा और प्रीति श्रीवास्तव की मौत का जिक्र करते हुए सवाल उठाया कि कांग्रेस कब तक बेटियों का अपमान करती रहेगी।
शिवराज ने याद दिलाया कि मैडम सोनिया गांधी ट्वीट करने वाला नेता वही है, जो आपके बेटे को मोटर साइकिल पर घुमाता है। इस नेता को ऐसे कृत्य के लिए पार्टी से बाहर करो या देश की जनता से माफी मांगो। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश जब वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान को याद कर रहा है। तब यह ट्वीट करना देश की आधी आबादी का अपमान है। क्या अपमानित करने का हक सोनिया गांधी ने इस नेता को दिया है।