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तापमान बढ़ा तो ट्रांसफार्मर का निकला दम, बार बार हो रही लाइन ट्रिप

तापमान बढ़ा तो ट्रांसफार्मर का निकला दम, बार बार हो रही लाइन ट्रिप

 

ग्वालियर।

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की लाइन और ट्रांसफार्मरों को इन दिनों बुखार आ गया है। जिससे  शहर में कई जगहों पर बिजली आपूर्ति ठप हो गई है बिजली जाने का गुस्सा लोगों ने सोशल मीडिया पर निकाला। फॉल्ट व ट्रिपिंग की कटौती से लोग दिनभर बेहाल हो रहे हैं। बिजली का बुरा हाल उस समय है जब कंपनी लाइनों का मेंटेनेंस कर चुकी है।

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी अप्रैल से मेंटेनेंस के नाम पर कटौती कर रही है। भीषण गर्मी में लोगों ने चार से 6 घंटे की कटौती झेली। कंपनी का तर्क था कि लोगों को निर्बाध बिजली देने के लिए मेंटेनेंस जरूरी है। 13 करोड़ से ज्यादा का खर्च भी किया है, लेकिन इसका फायदा उपभोक्ता को नहीं मिल रहा है। तापमान बढ़ने पर शहर में ट्रिपिंग बढ़ गई है। यह ट्रिपिंग दोपहर 12 बजे के बाद शुरू होती है। जब गर्मी पीक पर होती है, उसी वक्त लोगों की बिजली बंद हो रही है। सिटी सेंटर में डेढ़ घंटे तो वहीं लोहिया बाजार क्षेत्र में आधे घंटे आपूर्ति बंद रही। उपनगर ग्वालियर, थाटीपुर में भी दिन में तीन से चार बार बिजली बंद हुई। इसके अलावा लोगों को वोल्टेज की समस्या का भी सामना करना पड़ा। बीते दिनों की अपेक्षा कूलर व पंखे धीमी गति से चले। मेंटेनेंस से ट्रिपिंग में सुधार हुआ है।जब भी किसी ट्रांसफार्मर का तापमान बढ़ता है तो कंपनी के इंजीनियर उसे सामान्य भाषा में कहते हैं कि उसे बुखार आ रहा है। जैसे कि किसी व्यक्ति को बुखार आता है तो उसके शरीर का तापमान बढ़ता है। तापमान को कम करने के लिए दवाइयां लेनी पड़ती हैं। ऐसी ही ट्रांसफार्मर का भी तापमान बढ़ता है। जब तापमान बढ़ने लगता है तो पंखे व कूलर लगाने पड़ते हैं या फिर आपूर्ति बंद करनी पड़ती है। जिससे तापमान नीचे आ सके।

पावर ट्रांसफार्मर बाहर का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस व अंदर का भी 45 डिग्री सेल्सियस तक सहन कर सकता है। अंदर व बाहर का मिलाकर 90 डिग्री सेल्सियस तापमान सहन करने की क्षमता ट्रांसफार्मर की होती है। तापमान इससे ऊपर जाता है तो उसके लिए खरतनाक हो जाता है। 86 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान ट्रांसफार्मर के लिए सामान्य होता है।

खपत बढ़ने पर और सताएगी बिजली

– गर्मी की वजह से बिजली की खपत में भी इजाफा हुआ है। 52 लाख यूनिट बिजली की खपत पहुंच चुकी है। इसकी वजह से कंपनी का नेटवर्क जवाब दे गया है। अगर खपत में और इजाफा होता है तो बिजली कटौती और सताएगी।

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