प्रवासी मजदूरों के लिए सरकार के आदेश पर रेलवे ने उठाया बड़ा कदम
May 23, 2020

नई दिल्ली. लॉकडाउन के दौरान रेलवे ने यात्रियों और प्रवासी मजदूरों के ट्रांसपोर्टेशन के बारे में शनिवार को जानकारी दी। रेलवे ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान अब तक 45 लाख लोगों ने श्रमिक ट्रेनों में सफर किया। इनमें से 80 फीसदी यूपी और बिहार के थे। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने कहा कि अगले 10 दिन में 2600 ट्रेनों में 36 लाख यात्री सफर करेंगे।
उन्होंने बताया कि हमने प्रवासी मजदूरों के आवागमन को लेकर 27 मार्च को एडवायजरी भी जारी की थी। इसमें ट्रकों या अन्य साधनों से प्रवासियों के अवैध ट्रैवल को रोकने की बात कही गई थी।
- रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने कहा- एक मई से श्रमिक ट्रेनों के जरिए प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाया जा रहा है। ट्रेन में उन्हें मुफ्त खाना और पानी दिया जा रहा है। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और दूसरे ऐहतियाती कदमों का ध्यान रखा जा रहा है।
- उन्होंने बताया कि आज रोजाना 200 से ज्यादा श्रमिक ट्रेनें रोजाना चल रही हैं। 200 में 190 ट्रेनों में बुकिंग अवेलेबल है। अभी केवल 30 प्रतिशत टिकट बुक हुए हैं।
- सभी बुकिंग काउंटर खोलने के आदेश दिए गए हैं। अभी तक 1000 काउंटर खुल चुके हैं। रेलवे के 6000 स्टेशनों में रेलवे के स्टॉल खोलने के लिए भी कह दिया गया है।
- 5000 कोच हमने कोविड केयर सेंटर के लिए तैयार किए थे। इसमें 80 हजार बेड हैं। 17 रेलवे के हॉस्पिटल केवल कोविड मरीजों के लिए तैयार किए हैं। इसमें 5000 बेड हैं। 33 हॉस्पिटल में कोविड केयर ब्लॉक बनाए गए हैं।