मजदूरी न मिलने से नाराज मजदूरों ने सरपंच ओर सब इंजीनियर को बंधक बनाया

मंडला. जिले के जनपद निवास की ग्राम पंचायत भीकमपुर में लॉकडाउन के दौरान मजदूरी न मिलने से नाराज मजदूरों ने सब इंजीनियर सहित सरपंच, सहायक सचिव और सुपरवाइजर को पेड़ से बांधकर बंधक बना लिया। जानकारी के बाद मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी ने मजदूरों को समझाइश दी तब मजदूरों ने उन्हें डेढ़ घंटे बाद छोड़ा।
जानकारी के अनुसार मामला मंडला जिले की निवास जनपद के ग्राम पंचायत भीखमपुर का है। जहां मनरेगा के तहत खेत में कार्य कर रहे मजदूरों ने सब इंजीनियर को बंधक बना लिया। इतना ही नहीं जब पंचायत के सरपंच लखन गोटिया, मेट विरेन्द्र पाण्डेय और रोजगार सहायक बिहारी लाल समझाने पहुंचे तो उन्हें भी बंधक बना लिया गया। लोगों को एक पेड़ में बांध कर वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल भी कर दिए। घटना की जानकारी एसडीएम ने निवास थाना प्रभारी जयवंत सिंह को दी। थाना प्रभारी पुलिस टीम के साथ भीखमपुर पहुंच गए। ग्रामीणों को काफी समझाने के बाद मजदूरी भुगतान कराने का आश्वासन दिया। जिसके बाद ग्रामीणों ने तीनो को बंधक मुक्त कर दिया।
इंजीनियर ने कहा काम बंद करो
बताया गया कि भीखमपुर में खेत में मनरेगा के तहत कार्य चल रहा था। बुधवार की सुबह मूल्यांकन के लिए उपयंत्री मौके पर पहुंच गए। जांच में पता चला कि मजदूरों का मानव दिवस भी पूर्ण हो चुके थे। जिसके बाद उपयंत्री ने कार्य रोकने की बात कही। तो कुछ लोगों ने आपत्ति जताना शुरू कर दिया और बात ही बात में पुराने भुगतान को लेकर विवाद शुरू हो गया। जिसके बाद ग्रामीणों ने पुराने भुगतान दिलाने की मांग को लेकर उपयंत्री को बंधक बनाकर पेड़ में बांध दिया।
जो आया उसे पेड़ से बांध दिया
घटना की जानकारी लगने के बाद जनपद पंचायत उपाध्यक्ष संजीत पाण्डेय भी पहुंच गए। जिन्हें मजदूरों की समस्याएं सुनी। बताया कि कुछ मजदूरों का काफी पुराना भुगतान बाकी है। जिसके निराकरण का आश्वासन दिया गया है। कार्यों का मूल्यांकन करने भीखमपुर गए हुए थे। जहां ग्रामीण पुराने भुगतान को लेकर विवाद करने लगे और बंधक बना लिया। ग्रामीणों को समझाने के लिए पहुंचे सरपंच, रोजगार सहायक व मेट को भी बंधक बनाया गया है। अरविंद मिश्रा, सब इंजीनियर जनपद पंचायत निवासमामले की जानकारी लगी थी जहां एक सब इंजीनियर, रोजगार सहायक, सरपंच और मेट को बंधक बनाया गया था।