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एमपी में घर आकर पुलिस लिखेगी एफआईआर

एमपी में घर आकर पुलिस लिखेगी एफआईआर

मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा-मध्य प्रदेश के नागरिकों को गंभीर अपराधों को छोड़कर अन्य मामलों में एफआईआर कराने के लिए थाने नहीं जाना होग।किसी भी अपराध की जानकारी 100 नम्बर पर डायल कर देती ही। 100 नंबर पुलिस लोगों के घर पर ही आकर एफआइआर(FIR) लिखेगी।

यह निर्णय प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में डीजीपी विवेक जौहरी समेत पुलिस के अन्य अधिकारियों के साथ बैठक में लिया। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग सुधारात्मक प्रक्रिया के तहत वन स्टेप अप कार्य करेगा। डायल 100 एफआरवी (फर्स्ट रिस्पांस व्हीकल) लोगों की शिकायत पर घर जाकर एफआईआर दर्ज करेगी। शीघ्र ही इसके लिये आवश्यक कदम उठाएं जा रहे है। अति गंभीर मामलों को छोड़कर सामान्य मामलों में इस प्रकार की एफआईआर डायल 100 द्वारा दर्ज की जा सकेगी। शीघ्र ही आमजन को यह सुविधा मिलेगी कि उन्हें एफआईआर दर्ज कराने के लिये थाने नहीं जाना पड़ेगा।इसी तरह बैठक में निर्णय लिया गया कि उच्चतम वेतनमान पर कार्यरत पुलिसकर्मियों को पदनाम दिया जाएगा। इस पर गृह मंत्री मिश्रा ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है

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उन्होंने पुलिस मुख्यालय से गृह विभाग को प्रस्ताव देने के निर्देश भी दिए हैं। बच्चों के एडमिशन में मदद कराएगी हेल्प डेस्क गृह मंत्री मिश्रा ने अपना कर्तव्य निभाने के दौरान शहीद हुए पुलिस कर्मियों के परिवारों की सहायता करने के लिए हेल्प डेस्क शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इसका प्रभारी एडीजी या आईजी स्तर का अधिकारी रहेगा। इस डेस्क की जिम्मेदारी होगी कि पुलिसकर्मियों के बच्चों को एडमिशन लेने समेत परिवारवालों की हर संभव मदद करेंगे। गृह मंत्री मिश्रा ने कहा कि पुलिसकर्मियों के कल्याण की प्रक्रिया नीचे से ऊपर की ओर चलेगी।

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कोरोना कर्मवीरों को सम्मानित किया जाएगा मंत्री डॉ. मिश्रा ने कोरोना की जंग से निपटने में पुलिस विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के हौसले और परिश्रम का अभिनंदन किया । उन्होंने कहा कि उन सभी पुलिसकर्मियों को कर्मवीर पदक से सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने कोरोना की जंग में तीस दिन तक अपनी सेवाएं दी।

मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में आम व्यक्ति का पुलिस के प्रति नजरिया बदला है। कोरोना की जंग में पुलिस विभाग ने जिस तन्मयता, एकाग्रता और शालीनता के साथ कार्य किया उसकी आम जनता ने दिल से सराहना की है। लॉकडाउन की अवधि में जब आम व्यक्ति घरों में रह रहा था, तब पुलिसकर्मियों ने सुरक्षा के लिये कार्य करते हुए जनता के दिलों में अपना विशेष स्थान बनाया। इस मुश्किल दौर में पुलिसकर्मियों को प्रोत्साहित करने के लिये उनके कल्याण के लिये कार्य करने की आवश्यकता है।डीजीपी जौहरी ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न कंटेनमेंट जोन में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। 86 पुलिसकर्मी और 5 होमगार्ड जवान कोरोना से संक्रमित होने के कारण अपना इलाज करवा रहे हैं।

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