थोड़ी सी छूट क्या मिली सड़को पर उमड़ पड़ी भीड़
May 4, 2020

थोड़ी सी छूट क्या मिली सड़को पर उमड़ पड़ी भीड़
लोग नही माने तो प्रशासन फिर अपना सकता है कड़ा रुख
-नगर संवाददाता-
ग्वालियर । देश मे अभी लॉक डाउन चल रहा है और 17 मई तक के लिए इसे बढ़ाया गया है लेकिन आज ग्वालियर में प्रशासन ने लोगो को थोड़ी सी राहत दी तो लोग सड़कों पर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते नज़र आये । महाराज बाड़ा हो या हजीरा या मुरार हर जगह सड़को पर जबरदस्त भीड़ नज़र आई ।
ग्वालियर में 20 मार्च से जनता कर्फ्यू और फिर लॉक डाउन चल रहा है । फिर स्थिति का आकलन करते हुए प्रशासन थोड़ी थोड़ी छूट देता रहा ताकि लोगो को राजमर्रा की जीवनोपयोगी तथा कृषि कार्यो से संबंधित वस्तुएं मिलती रही ।
लॉक डाउन के तीसरे चरण के लिए सरकार ने जो गाइडलाइन जांरी की है उंसके अनुसार कुछ छूट दी गई है । ग्वालियर अभी रेड ज़ोन में है इसलिए यहां ज्यादा रियायतें नही दी जा सकती। । बावजूद प्रशासन ने जो रियायतें दीं उससे ही सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती नज़र आईं ।
प्रशासन के आदेशानुसार आज से खेरिज किराना दुकान खोलने की छूट दी गई है । साथ ही दोपहर तक मेडिकल स्टोर्स भी खुले रहेंगे । हालांकि लोगों के अनावश्यक घर से निकलने पर मनाही की गई थी ताकि दूरियां बरकरार रहें ।
लेकिन सुबह होते ही लोग अपनी दुपहिया और चार पहिया गाड़ियों पर सड़को पर ऐसे निकल पड़े जैसे पक्षी या जानवर पिजरे से निकल आते है ।
कई जगह जाम की स्थिति
बाज़ार खुलते है सुबह से ही अनेक इलाको में जाम की स्थिति पैदा हो गई। महाराज बाड़े के आसपास के बाजारों में भीड़ बढ़ गई क्योंकि मेडिकल स्टोर्स,दूध ,ब्रेड और बैंक खुलने के कारण भीड़ बढ़ गई । इसके अलावा दाना ओली,जनकगंज,माधोगंज,फलका बाजार,हजीरा,सदर बाजार मुरार में भी भीड़ के कारण सड़को पर चक्काजाम की स्थिति पैदा हो गई ।
पुलिस ने कराया रास्ता साफ
हालांकि पुलिस आज काफी उदार भाव मे दिखी लेकिन जहां भी ज्यादा भीड़ नज़र आई या फिर ऐसी शिकायत पहुंची वहां पुलिस ने पहुंचकर लोगो को हड़काया भी और रास्ता साफ भी कराया । कुछ स्थानों पर चालान भी बनाये ।
लोग नही माने तो फिर होगी कड़ाई
प्रशासनिक और पुलिज़ सूत्रों का कहना है कि ग्वालियर अभी रेड ज़ोन में है जो खतरनाक दायरे में आता है लिहाजा बहुत ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है और लोगों ने यदि मिली हुई छूट का दुरुपयोग किया और शोसल डिटनसिंग का पालन नही किया तो प्रशासन को अपने द्वारा दी गई छूट को वापिस लेने का निर्णय लेना पड़ सकता है ।