Now Reading
15 अप्रैल से प्रारंभ होगा रबी उपार्जन का कार्य

15 अप्रैल से प्रारंभ होगा रबी उपार्जन का कार्य

 

सभी जिला कलेक्टर अपने-अपने जिलों में खरीदी की सभी व्यवस्थायें समय रहते करें पूर्ण

नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए आवश्यक सावधानी बरतें

संभाग आयुक्त ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की उपार्जन की समीक्षा

 

ग्वालियर / रबी उपार्जन के तहत गेहूँ, चना, मसूर एवं सरसों की खरीदी का कार्य 15 अप्रैल से 30 मई 2020 तक किया जायेगा। खरीदी के लिये संभाग के सभी जिलों में तैयारियां समय रहते पूर्ण कर ली जाएं। नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए किसानों से रबी उपार्जन के कार्य के दौरान पूर्ण सावधानी भी बरती जाए। संभागीय आयुक्त श्री एम बी ओझा ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संभाग के सभी कलेक्टरों से चर्चा के दौरान रबी उपार्जन की समीक्षा की।

संभाग आयुक्त श्री ओझा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं कि 15 अप्रैल से रबी उपार्जन का कार्य किया जायेगा। रबी उपार्जन के दौरान आने वाले किसानों एवं खरीदी में लगे अधिकारियों और कर्मचारियों को नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के भी पुख्ता प्रबंध किए जाएं। जिलों में अधिक से अधिक खरीदी केन्द्र स्थापित कर केन्द्रों पर सभी व्यवस्थायें पूर्ण कर ली जाएं।

संभाग आयुक्त श्री एम बी ओझा ने कहा कि नोवेल कोरोना वायरस के कारण इस बार खरीदी मंडियों में नहीं की जाना है। इसलिये शहर के बाहर खरीदी हेतु सभी कलेक्टर अपने-अपने जिले का प्लान तैयार कर खरीदी के कार्य को अंजाम दें। खरीदी के साथ-साथ खरीदी गई उपज का परिवहन एवं भण्डारण भी समय पर हो, यह सुनिश्चित किया जाए। खरीदी केन्द्र पर एक साथ बड़ी संख्या में किसान अपनी उपज लेकर न पहुँचें, इसके लिये भी प्लानिंग की जाए।


शासन द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य
            संभाग आयुक्त श्री ओझा ने कलेक्टरों से यह भी कहा है कि रबी उपार्जन के दौरान अन्य विभाग के अधिकारियों को भी खरीदी के कार्य में सहयोग हेतु लगाएं। जिस प्रकार निर्वाचन के दौरान सभी विभागों के अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी जाती है। उसी प्रकार कलेक्टर अपने-अपने जिलों में अन्य विभागों के अधिकारियों को भी जिम्मेदारी सौंपें। खरीदी का कार्य राजस्व अधिकारियों के नेतृत्व में हो। लेकिन उनके सहयोग के लिये अन्य अधिकारियों-कर्मचारियों को भी तैनात किया जाए।

फसल समर्थन मूल्य रू. प्रति क्विंटल
गेहूं 1925
चना 4875
मसूर 4800
सरसों 4425

समीक्षा बैठक में बताया गया कि इस वर्ष ग्वालियर संभाग में 8 लाख 85 हजार मैट्रिक टन अनुमानित आवक उपर्जान हेतु होगी। इसके लिये संभाग में 349 खरीदी केन्द्र बनाए गए हैं। ग्वालियर जिले में 65, शिवपुरी में 95, गुना में 67, अशोकनगर में 49 तथा दतिया जिले में 73 खरीदी केन्द्र बनाए गए हैं। ग्वालियर जिले में एक लाख 50 हजार मैट्रिक टन, शिवपुरी में 2 लाख 40 हजार मैट्रिक टन, अशोकनगर में एक लाख 20 हजार मैट्रिक टन, गुना में एक लाख 50 हजार मैट्रिक टन और दतिया जिले में 2 लाख 25 हजार मैट्रिक टन अनुमानित आवक होगी।

बैठक में बताया गया कि वर्ष 2020-21 में संभाग में गेहूँ का रकबा 10 लाख 77 हजार 976 हैक्टेयर क्षेत्र, चना 2 लाख 36 हजार 539 हैक्टेयर क्षेत्र तथा मसूर 22 हजार 668 हैक्टेयर क्षेत्र में हुई है। संभाग में एक लाख 32 हजार 756 किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया है। ग्वालियर जिले में 19 हजार 426, शिवपुरी जिले में 40 हजार 173, अशोकनगर में 21 हजार 461, गुना जिले में 24 हजार 632 तथा दतिया जिले में 27 हजार 64 किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया है।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रबी उपार्जन की समीक्षा के दौरान संभाग के सभी जिला कलेक्टरों ने बताया कि उनके यहां खरीदी हेतु सभी व्यवस्थायें पूर्ण कर ली गई हैं। खरीदी केन्द्र निर्धारित करने के साथ-साथ वारदाना, तौल-कांटा एवं अन्य व्यवस्थायें पूर्ण कर ली गई हैं। खरीदी के पश्चात परिवहन एवं भण्डारण की व्यवस्थायें भी पूर्ण कर ली गई हैं। नोवेल कोरोना वायरस के दृष्टिगत खरीदी के समय पूर्ण सावधानी बरतने के संबंध में भी आवश्यक व्यवस्थायें की गई हैं।

View Comments (0)

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Scroll To Top