कोरोना के कारण इटली में २७ दिन से हॉस्टल में कैद है ग्वालियर की वैभवी
April 2, 2020

कोरोनावायरस का संक्रमण पूरे विश्व में फैल चुका है सबसे अधिक इसके शिकार इटली के लोग हुए हैं और इसी देश में ग्वालियर की रहने वाली एक छात्रा इस संक्रमण काल में फंसी हुई है,,, इटली में फंसी ग्वालियर के अनुपम नगर की रहने वाली छात्रा वैभवी व्यास ने अपना एक वीडियो जारी कर पीएम नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है,,वैभवी का वीडियो के जरिये कहना है कि इटली मैं लॉक डाउन के चलते उसे व उसके साथियों को यहां संक्रमण होने का काफी डर है साथ ही ग्वालियर में उसके परिजनों का भी हाल बेहाल होता जा रहा है ऐसे में उसे व उसके साथीं छात्रों को भारत लाने की कोई व्यवस्था की जाए।
ग्वालियर शहर के अनुपम नगर में रहने वाली छात्रा वैभवी व्यास इटली के टेरमो यूनिवर्सिटी से एमबीए कर रही है लेकिन इटली में कोरोना की बढ़ते मरीजों की संख्या के चलते 4 मार्च से टेरमो लॉक डाउन चल रहा है वैभवी के साथ हैदराबाद के 2 छात्र क्रिस्टो और यशवंत एवं कश्मीर की एक छात्रा तीरथ भी इटली में फंसे हुए हैं। वहां के हालातों के चलते वह चारों हॉस्टल के दो कमरों में कैद होकर रह गए हैं कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण सबसे अधिक मौतें इटली में हुई है इससे वैभवी की मां की चिंता काफी बढ़ गई है उसके घर उसके नजदीकी रिश्तेदार भी पहुंच रहे हैं। परिवार का हर एक सदस्य सिर्फ यही प्रार्थना कर रहा है कि वैभवी व उसके साथी सभी छात्र सकुशल भारत लौट आए।
वैभवी की मां से मिलने जब मीडिया की टीम पहुंची तो उन्होंने नम आंखों के साथ बताया कि उनके द्वारा भारतीय दूतावास को ट्वीट करके मदद मांगी गई थी जिसके जवाब में दूतावास की ओर से बताया गया कि वैभवी को टेरमो से रोम तक खुद के वाहन से आना होगा,,,,,रोम से टेरमो की दूरी करीब डेढ़ सौ किलोमीटर है साथ ही रोम में कोरोनावायरस की जांच के लिए बेड सैंपल भी देना होगा इसके बाद 7 दिन का इंतजार करना होगा यदि रिपोर्ट नेगेटिव आई तो भारत जाने की संभावना बनेगी ऐसे में वैभवी की मां का कहना है कि रोम शहर में उनका कोई परिचित नहीं है ऐसे में 7 दिन उनकी बेटी लॉक डाउन के बीच कहां ठहरेगी,,, इतना ही नहीं लॉक डाउन के चलते टेरमो में वाहनों के संचालन पर पूरी तरह से रोक लगी है जिसके कारण वह रोम शहर तक नहीं पहुंच पा रही है जिसके लिए उसे भारत सरकार की मदद की जरूरत है,,, वैभवी की मां वा उसकी ताई मां द्वारा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान से मदद की गुहार लगाई है वैभवी की मां का कहना है कि प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान सबके मामा है ऐसे में वह अपनी भांजी वैभवी को वतन वापस लाने के लिए उनकी मदद करें।
फोन पर हुई चर्चा में वैभवी के अनुसार वह एम बी ए प्रथम वर्ष की छात्रा है और अक्टूबर में ग्वालियर से इटली के टेरमो यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने के लिए आई थी लेकिन यहां पर कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण लोग दहशत में हैं जिसके कारण सभी ने एक दूसरे से मिलना जुलना और बात करना छोड़ दिया है यूनिवर्सिटी बंद होने के कारण ज्यादातर छात्र छात्राएं अपने वतन को लौट चुके हैं लेकिन 4 भारतीय छात्र छात्राएं इटली में फस गए हैं वैभवी का यह भी कहना है कि वह 27 दिनों से हॉस्टल से बाहर नहीं निकली है हॉस्टल में ऑनलाइन माध्यम से खाने का सामान मंगवाते हैं और खुद ही बनाते हैं लेकिन हालात यहां दिन-प्रतिदिन खराब हो रहे हैं इसलिए वह भारत लौटना चाहती हैं।
– बहराल ग्वालियर की बेटी द्वारा देश के प्रधानमंत्री से मदद की गुहार लगाई गई है वह खुद के साथ फंसे अपने तीन साथी छात्र छात्राओं के लिए भी मांग कर रही है कि उन्हें भारत लाने की कोई व्यवस्था की जाए। अब देखना होगा की प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार किस तरह से इस बेटी के लिए मदद के हाथ बढ़ाते हैं।