सियासी घमासान: बजट सत्र राज्यपाल ने एक मिनट में ख़त्म किया अभिभाषण

मध्य प्रदेश विधानसभा में आज फ्लोर टेस्ट को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। मुख्यमंत्री कमलनाथ संसदीय कार्य मंत्री गोविंद सिंह, राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील विवेक तन्खा के चर्चा के बाद विधानसभा पहुंचे। इसके करीब आधे घंटे बाद राज्यपाल लालजी टंडन विधानसभा पहुंचे, लेकिन उन्होंने अभिभाषण पूरा नहीं पढ़ा। राज्यपाल ने इतना ही कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों का निर्वहन करें। इसके बाद टंडन सदन से चले गए। वहीं, कमलनाथ ने राज्यपाल को लिखे पत्र में कहा कि मौजूदा स्थिति में फ्लोर टेस्ट कराना संभव नहीं है। अभी सदन में बहुमत परीक्षण कराना अलोकतांत्रिक है।
भारी उठापटक और पल-पल बदल रहे राजनीतिक घटनाक्रम के बीच मध्य प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो गया है. राज्यपाल के अभिभाषण के साथ सदन की कार्यवाही शुरू हुई.राज्यपाल ने अपने भाषण में कहा-जिसका जो दायित्व है वो उसका निर्वहन करे.सभी संविधान और परंपरा का पालन करें. उसके बाद राज्यपाल ने एक मिनट में ही अपना भाषण खत्म कर दिया. उनका भाषण पढ़ा समझ लिया गया.
महामहिम का भाषण खत्म होते ही बीजेपी विधायकों ने टोका-टाकी शुरू कर दी. महामहिम अपना भाषण खत्म कर वापस रवाना हो गए. सदन में इसके बाद हंगामा शुरू हो गया. नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने राज्यपाल की चिट्ठी पढ़ी, जिस पर स्पीकर एन पी प्रजापति ने कहा मुझसे पत्राचार नहीं हुआ है. उसके बाद दोनों पक्षों की ओर से सदस्य नारेबाज़ी करने लगे. हंगामे को देखते हुए स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गयी.
भारी गहमा-गहमी के बीच सीएम कमलनाथ, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान सहित कांग्रेस और बीजेपी के विधायक विधानसभा पहुंचे.भोपाल की एक होटल में ठहराए गए कांग्रेस विधायक कड़ी सुरक्षा में दो बसों में विधान सभा लाए गए. उनके साथ मंत्री जयवर्धन सिंह और सचिन यादव भी बस में मौजूद थे. बीजेपी के देर रात 2 बजे मानेसर से भोपाल लौटे बीजेपी विधायक शहर से दूर होशंगाबाद रोड पर एक होटल में ठहराए गए थे. वो भी बसों में लाए गए. विधानसभा के बाहर और अंदर दिलचस्प नज़ारे देखने मिल रहे हैं. कोरोना के खौफ के बीच शिवराज सिंह सहित कई विधायक मास्क लगाकर विधानसभा पहुंचे. वो सदन में सेनेटाइजर लगाते दिखे. कांग्रेस और बीजेपी दोनों तरफ के नेता विक्टरी का साइन दिखाते हुए अंदर दाखिल हुए.