ओला वृष्टि से पूरे ग्वालियर-चंबल अंचल में हाहाकार
March 8, 2020

- भिण्ड-मुरैना के तीन सैकड़ा गंावों में हुई फसल बर्बाद
ग्वालियर/भिण्ड/मुरैना/श्योपुर। अंचल में एकाएक हुई बारिश और ओला वृष्टि ने पूरे अंचल के किसानों को गहरा आघात पहंुचाया है। इन इलाकों में करीबन तीन सैकड़ा गंावों में ओला वृष्टि के चलते फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई है और किसानों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। सीएम कमलनाथ ने ओला वृष्टि के बाद जहंा किसानों की पूरी मदद का आश्वासन दिया है वहीं जनप्रतिनिधि भी अपने-अपने क्षेत्रों में दौरा कर बर्बाद फसल का अंाकलन कर रहे हैं साथ ही दुख की इस बेला में किसानों को ढंाढस भी बंधा रहे हैं।
ओलावृष्टि से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए प्रशासनिक अमला लगातार किसानों के बीच पहंुच रहा है भिण्ड विधायक संजीव सिंह कुशवाह भी कलेक्टर छोटे सिंह के साथ लगातार नुकसान का सर्वे कर रहे है। उनका कहना है कि सरसों की फसल में 50 प्रतिशत से लेकर 100 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है। यहंा भिंड, गोहद, अटेर, मेहगांव में 25 से 30 मिनट तक बेर से बड़े आकार के ओले गिरे। इससे एक लाख हेक्टेयर में खड़ी गेहूं-सरसों की फसल बर्बाद हो गई है। कुछ यही हालात मुरैना जिले के भी रहे जहंा कई जगह पर तो बिन पानी ही ओलावृष्टि देखनेे को मिली और फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई।मौसम के बदलाव पर वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि महाकौशल के मंडला, उमरिया, मलाजखंड में बारिश हुई। ग्वालियर और गुना में भी पानी बरसा है और होली के एक दिन बाद मालवा-निमाड़ छोड़कर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बादल छाए रहने और बारिश होने का अनुमान है। भिण्ड जिले में पिछले तीन दिन से रुक रुक कर बारिश हो रही है। पहले गोहद विधानसभा के कई गांव में फसलें ओलावृष्टि की चपेट में आगयी थीं। अब बारिश से अटेर, गोहद, मेहंगाव और भिण्ड के करीब 3 दर्जन गांव का किसान ओलावृष्टि से हुए फसल नुकसान से परेशान हैं।
शिवपुरी में ओलावृष्टि के साथ बढ़ी ठंडक
शिवपुरी जिले में बारिश के साथ ओले गिरे, जिससे मौसम में काफी ठंडक बढ़ गई। जिले के धोलागढ़, सुभाष पुरा क्षेत्र में वर्षा के साथ छोटे आकार के ओले गिरे। इसके बाद से मौसम में काफी ठंडक घुल गई। पिछले लगभग 1 सप्ताह से चल रहे खराब मौसम के कारण फसलों को खतरा बना हुआ है। दूसरी तरफ सर्दी, जुखाम, खांसी की शिकायतें अधिक सामने आई हैं।