भारतीय सेना देश की मूल्यवान संस्था, चीन-पाकिस्तान सीमा पर तैनात सैनिक सतर्क रहें-जनरल नरवणे

नई दिल्ली. देश आज 72वां सेना दिवस मना रहा है। सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा कि भारतीय सेना देश की मूल्यवान संस्था है। इस मौके पर दिल्ली के करियप्पा परेड ग्राउंड में कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत, नौसेना प्रमुख करमबीर सिंह समेत कई अधिकारियों ने यहां जवानों को श्रद्धांजलि दी। वहीं, पहली बार महिला अधिकारी कैप्टन तानिया शेरगिल पुरुष बटालियन की परेड का नेतृत्व करेंगी।
तानिया 2017 में चेन्नै की ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी में शामिल हुई थीं। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार में बी-टेक किया है। उनके पिता, दादा और परदादा भी सेना में सेवा दे चुके हैं। वह चौथी पीढ़ी की पहली महिला अधिकारी हैं, जो पुरुषों के परेड का नेतृत्व करेंगी। पिछले साल कैप्टन भावना कस्तूरी ने गणतंत्र दिवस पर पुरुष बटालियन की अगुआई की थी।
सेना दिवस की पूर्व संध्या पर जवानों को संबोधित करते हुए जनरल नरवणे ने कहा कि भारतीय सेना केवल एक लड़ाकू संगठन या राष्ट्रशक्ति का साधनभर नहीं है। इसका देश में इसका एक विशेष स्थान है। चीन-पाकिस्तान सीमा पर तैनात सैनिकों और कश्मीर में ‘छद्म युद्ध’ लड़ने वालों को सतर्क रहना चाहिए। जवानों की सभी जरूरतों को किसी भी कीमत पर पूरा किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- हमारी सेना अपनी वीरता और व्यावसायिकता के लिए जानी जाती है। यह अपनी मानवीय भावना के लिए भी सम्मानित है। जब भी लोगों को मदद की जरूरत हुई, हमारी सेना मौके पर पहुंचकर हर संभव मदद की है।