जनरल सुलेमानी की हत्या के लिए राष्ट्रपति रूहानी ने अमेरिकी सेनाओं को आतंकी घोषित किया

तेहरान. ईरान ने मंगलवार को जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या करने पर अमेरिका की सभी सेनाओं को आतंकी घोषित कर दिया। इसके बाद अब ईरान अपने क्षेत्र के आसपास मौजूद अमेरिकी सेना पर कार्रवाई कर सकता है। रूहानी ने यह भी कहा, “जो लोग बार-बार 52 नंबर याद दिलाते हैं, उन्हें 290 नंबर भी याद रखना चाहिए। किसी को भी अमेरिका को धमकी नहीं देनी चाहिए।” सुलेमानी को अमेरिका ने बगदाद एयरपोर्ट पर ड्रोन हमले में मार गिराया था।
क्या है नंबर 52 और 290?
दरअसल, 1979 में ईरानी प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी दूतावास पर हमला कर 52 राजनयिकों को बंदी बना लिया था। उन्हें 444 दिन तक जेलों में रखा गया था। ट्रम्प ने हाल ही में इसका जिक्र करते हुए ईरान के 52 ठिकानों को निशाना बनाए जाने का जिक्र किया था।
अमेरिकी वॉरशिप ने 1988 में ईरान एयरलाइंस के नागरिक विमान को निशाना बनाया था। इसमें 290 लोगों की मौत हुई थी। रूहानी ने अमेरिका की खिलाफत के लिए ट्वीट में जिस 290 नंबर का जिक्र किया। वो इसी घटना से जुड़ा है। कुद्स सेना के नए जनरल हुसैन सलामी ने कहा कि शहीद होने के बाद जनरल कासिम सुलेमानी और ज्यादा ताकतवर हुए हैं। दुश्मन ने उन्हें अन्यायपूर्ण तरीके से मारा।