महाराष्ट्र / मंत्रियों की शपथ के 5 दिन बाद विभागों का बंटवारा

(महाराष्ट्र). उद्धव ठाकरे सरकार के पहले विस्तार में 30 दिसंबर को 36 मंत्रियों ने शपथ ली थी। विभागों के बंटवारे पर महाराष्ट्र विकास अघाड़ी के तीनों दलों के बीच शनिवार रात तक लंबी चर्चा हुई। इसके बाद सरकार की ओर से मंत्रियों और उनके विभागों की लिस्ट राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को भेजी गई थी, जिसे उन्होंने रविवार सुबह मंजूरी दे दी। शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे को शहरी विकास और उपमुख्यमंत्री अजित पवार को वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई। उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य को पर्यटन और पर्यावरण विभाग मिला है।
राकांपा के अनिल देशमुख को गृह मंत्रालय, कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट को राजस्व और अशोक चव्हाण को पीडब्लूडी मंत्री बनाया गया है। विभाग बंटवारे को लेकर कांग्रेस और राकांपा के बड़े नेताओं के बीच विवाद की खबरें भी आई थीं। आखिरकार सभी दलों ने अंतिम निर्णय सीएम उद्धव ठाकरे के ऊपर छोड़ दिया था। मंत्रालय बंटवारे में उद्धव ने सामंजस्य बैठाने का प्रयास करते हुए नारज चाल रहे कांग्रेस नेताओं को भी खुश करने का प्रयास किया।इससे पहले मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर राकांपा और कांग्रेस में नाराजगी सामने आई। राकांपा और शिवसेना अपने कोटे से एक भी मंत्री पद कांग्रेस से अदला-बदली करने के लिए तैयार नहीं थे। गुरुवार रात को शिवसेना नेता सुभाष देसाई के आवास पर हुई बैठक में कुछ नेता बीच में ही उठकर चले गए थे। उस बैठक में अशोक चव्हाण ने ग्रामीण विकास, सहकारिता और कृषि विभाग में से कोई एक विभाग कांग्रेस को देने की मांग रखी। चव्हाण ने शिवसेना और एनसीपी के साथ विभागों के अदला-बदली पर भी सहमति दिखाई थी। चव्हाण की मांग पर अजित पवार ने कहा था कि कांग्रेस में किससे बात करें, कोई नेता ही नहीं है। तब दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस की खबरें आई थीं।